tulasy amṛta-janmāsi  - from nectar you have taken birth

Another name of Tulasī is Vṛndā-devī (one who awards residence in Vṛndāvana). Vṛndā-devī is a pure devotee of Lord
Kṛṣṇa and an expansion of Śrīmatī Rādhārāṇī. She is responsible for setting up the wonderful pastimes of Śrī Rādhā and
Kṛṣṇa in Vṛndāvana. She exists as Tulasī to benefit the fallen conditioned souls by bestowing devotional service to Kṛṣṇa.

॥ श्रीतुलसी अष्टोत्तरशतनामावली ॥
|| śrī tulasī aṣṭottaraśatanāmāvalī ||
The 108 names of Śrīmatī Tulasī Devī


  ॐ  श्री तुलस्यै नमः ॥ १॥
ॐ  नन्दिन्यै नमः ॥ २॥
ॐ  देव्यै नमः ॥ ३॥
ॐ  शिखिन्यै नमः ॥ ४॥
ॐ  धारिन्यै नमः ॥ ५॥
ॐ  धात्र्यै नमः ॥ ६॥
ॐ  सावित्र्यै नमः ॥ ७॥
ॐ  सत्यसन्धायै नमः ॥ ८॥
ॐ  कालहारिण्यै नमः ॥ ९॥
ॐ  गौर्यै नमः ॥ १०॥
ॐ  देवगीतायै नमः ॥ ११॥
ॐ  दवीयस्यै नमः ॥ १२॥
ॐ  पद्मिन्यै नमः ॥ १३॥
ॐ  सितायै नमः ॥ १४॥
ॐ  रुक्मिण्यै नमः ॥ १५॥
ॐ  प्रियभुषणायै नमः ॥ १६॥
ॐ  श्रेयस्यै नमः ॥ १७॥
ॐ  श्रीमत्यै नमः ॥ १८॥
ॐ  मान्यायै नमः ॥ १९॥
ॐ  गौर्यै नमः ॥ २०॥
ॐ  गौतमार्चितायै नमः ॥ २१॥
ॐ  त्रेतायै नमः ॥ २२॥
ॐ  त्रिपथगायै नमः ॥ २३॥
ॐ  त्रिपादायै नमः ॥ २४॥
ॐ  त्रैमूर्त्यै नमः ॥ २५॥
ॐ  जगत्त्रयायै नमः ॥ २६॥
ॐ  त्रासिन्यै नमः ॥ २७॥
ॐ  गत्रायै नमः ॥ २८॥
ॐ  गत्रियायै नमः ॥ २९॥
ॐ  गर्भवारिण्यै नमः ॥ ३०॥
ॐ  शोभनायै नमः ॥ ३१॥
ॐ  समायै नमः ॥ ३२॥
ॐ  द्विरदायै नमः ॥ ३३॥
ॐ  आराद्यै नमः ॥ ३४॥
ॐ  यज्ञविद्यायै नमः ॥ ३५॥
ॐ  महाविद्यायै नमः ॥ ३६॥
ॐ  गुह्यविद्यायै नमः ॥ ३७॥
ॐ  कामाक्ष्यै नमः ॥ ३८॥
ॐ  कुलायै नमः ॥ ३९॥
ॐ  श्रीयै नमः ॥ ४०॥
ॐ  भूम्यै नमः ॥ ४१॥
ॐ  भवित्र्यै नमः ॥ ४२॥
ॐ  सावित्र्यै नमः ॥ ४३॥
ॐ  सर्व-वेद-विदाम्-वरायै नमः ॥ ४४॥
ॐ  शम्खिन्यै नमः ॥ ४५॥
ॐ  चक्रिण्यै नमः ॥ ४६॥
ॐ  चारिन्यै नमः ॥ ४७॥
ॐ  चपलेक्षणायै नमः ॥ ४८॥
ॐ  पिताम्बरायै नमः ॥ ४९॥
ॐ  प्रीत-सोमायै नमः ॥ ५०॥
ॐ  सौरसायै नमः ॥ ५१॥
ॐ  अक्षिण्यै नमः ॥ ५२॥
ॐ  अम्बायै अमः ॥ ५३॥
ॐ  सरस्वत्यै नमः ॥ ५४॥
ॐ  सम्श्रयायै नमः ॥ ५५॥
ॐ  सर्व-देवत्यै नमः ॥ ५६॥
ॐ  विष्वाश्रयायै नमः ॥ ५७॥
ॐ  सुगन्धिन्यै नमः ॥ ५८॥
ॐ  सुवासनायै नमः ॥ ५९॥
ॐ  वरदायै नमः ॥ ६०॥
ॐ  सुश्रोण्यै नमः ॥ ६१॥
ॐ  चन्द्र-भागायै नमः ॥ ६२॥
ॐ  यमुनाप्रियायै नमः ॥ ६३॥
ॐ  कावेर्यै नमः ॥ ६४॥
ॐ  मणिकर्णिकायै नमः ॥ ६५॥
ॐ  अर्चिन्यै नमः ॥ ६६॥
ॐ  स्थायिन्यै नमः ॥ ६७॥
ॐ  दान-प्रदायै नमः ॥ ६८॥
ॐ  धनवत्यै नमः ॥ ६९॥
ॐ  शोच्य-मानसायै नमः ॥ ७०॥
ॐ  शुचिन्यै नमः ॥ ७१॥
ॐ  श्रेयस्यै नमः ॥ ७२॥
ॐ  प्रीति-चिन्तेक्षणायै नमः ॥ ७३॥
ॐ  विभूत्यै नमः ॥ ७४॥
ॐ  आकृत्यै नमः ॥ ७५॥
ॐ  आविर्भूत्यै नमः ॥ ७६॥
ॐ  प्रभाविन्यै नमः ॥ ७७॥
ॐ  गन्धिन्यै नमः ॥ ७८॥
ॐ  स्वर्गिन्यै नमः ॥ ७९॥
ॐ  गदायै नमः ॥ ८०॥
ॐ  वेद्यायै नमः ॥ ८१॥
ॐ  प्रभायै नमः ॥ ८२॥
ॐ  सारस्यै नमः ॥ ८३॥
ॐ  सरसि-वासायै नमः ॥ ८४॥
ॐ  सरस्वत्यै नमः ॥ ८५॥
ॐ  सारवत्यै नमः ॥ ८६॥
ॐ  रसिन्यै नमः ॥ ८७॥
ॐ  कालिन्यै नमः ॥ ८८॥
ॐ  श्रेयोवत्यै नमः ॥ ८९॥
ॐ  यामायै नमः ॥ ९०॥
ॐ  ब्रह्म-प्रियायै नमः ॥ ९१॥
ॐ  श्यमा-सुन्दरायै नमः ॥ ९२॥
ॐ  रत्न-रूपिन्यै नमः ॥ ९३॥
ॐ  शम-निधिन्यै नमः ॥ ९४॥
ॐ  शतानन्दायै नमः ॥ ९५॥
ॐ  शत-द्युतायै नमः ॥ ९६॥
ॐ  शिति-कण्थायै नमः ॥ ९७॥
ॐ  प्रयायै नमः ॥ ९८॥
ॐ  धात्र्यै नमः ॥ ९९॥
ॐ  श्री व्र्न्दावन्यै नमः ॥ १००॥
ॐ  कृष्णायै नमः ॥ १०१॥
ॐ  भक्त-वत्सलायै नमः ॥ १०२॥
ॐ  गोपिका-क्रीदायै नमः ॥ १०३॥
ॐ  हरायै नमः ॥ १०४॥
ॐ  अमृत-रुपिण्यै नमः ॥ १०५॥
ॐ  भूम्यै नमः ॥ १०६॥
ॐ  श्री क्र्स्ण-कन्तायै नमः ॥ १०७॥
ॐ  श्री तुलस्यै नमः ॥ १०८॥
1.      oṁ śrī tulasyai namaḥ
2.      oṁ nandinyai namaḥ
3.      oṁ devyai namaḥ
4.      oṁ śikhinyai namaḥ
5.      oṁ dhārinyai namaḥ
6.      oṁ dhātryai namaḥ
7.      oṁ sāvitryai namaḥ
8.      oṁ satyasandhāyai namaḥ
9.      oṁ kālahāriṇyai namaḥ
10.    oṁ gauryai namaḥ
11.    oṁ devagītāyai namaḥ
12.    oṁ davīyasyai namaḥ
13.    oṁ padminyai namaḥ
14.    oṁ sitāyai namaḥ
15.    oṁ rukmiṇyai namaḥ
16.    oṁ priyabhuṣaṇāyai namaḥ
17.    oṁ śreyasyai namaḥ
18.    oṁ śrīmatyai namaḥ
19.    oṁ mānyāyai namaḥ
20.    oṁ gauryai namaḥ
21.    oṁ gautamārcitāyai namaḥ
22.    oṁ tretāyai namaḥ
23.    oṁ tripathagāyai namaḥ
24.    oṁ tripādāyai namaḥ
25.    oṁ traimūrtyai namaḥ
26.    oṁ jagattrayāyai namaḥ
27.    oṁ trāsinyai namaḥ
28.    oṁ gatrāyai namaḥ
29.    oṁ gatriyāyai namaḥ
30.    oṁ garbhavāriṇyai namaḥ
31.    oṁ śobhanāyai namaḥ
32.    oṁ samāyai namaḥ
33.    oṁ dviradāyai namaḥ
34.    oṁ ārādyai namaḥ
35.    oṁ yajñavidyāyai namaḥ
36.    oṁ mahāvidyāyai namaḥ
37.    oṁ guhyavidyāyai namaḥ
38.    oṁ kāmākṣyai namaḥ
39.    oṁ kulāyai namaḥ
40.    oṁ śrīyai namaḥ
41.    oṁ bhūmyai namaḥ
42.    oṁ bhavitryai namaḥ
43.    oṁ sāvitryai namaḥ
44.    oṁ sarva-veda-vidām-varāyai namaḥ
45.    oṁ śamkhinyai namaḥ
46.    oṁ cakriṇyai namaḥ
47.    oṁ cārinyai namaḥ
48.    oṁ capalekṣaṇāyai namaḥ
49.    oṁ pitāmbarāyai namaḥ
50.    oṁ prīta-somāyai namaḥ
51.    oṁ saurasāyai namaḥ
52.    oṁ akṣiṇyai namaḥ
53.    oṁ ambāyai amaḥ
54.    oṁ sarasvatyai namaḥ
55.    oṁ samśrayāyai namaḥ
56.    oṁ sarva-devatyai namaḥ
57.    oṁ viṣvāśrayāyai namaḥ
58.    oṁ sugandhinyai namaḥ
59.    oṁ suvāsanāyai namaḥ
60.    oṁ varadāyai namaḥ
61.    oṁ suśroṇyai namaḥ
62.    oṁ candra-bhāgāyai namaḥ
63.    oṁ yamunāpriyāyai namaḥ
64.    oṁ kāveryai namaḥ
65.    oṁ maṇikarṇikāyai namaḥ
66.    oṁ arcinyai namaḥ
67.    oṁ sthāyinyai namaḥ
68.    oṁ dāna-pradāyai namaḥ
69.    oṁ dhanavatyai namaḥ
70.    oṁ śocya-mānasāyai namaḥ
71.    oṁ śucinyai namaḥ
72.    oṁ śreyasyai namaḥ
73.    oṁ prīti-cintekṣaṇāyai namaḥ
74.    oṁ vibhūtyai namaḥ
75.    oṁ ākṛtyai namaḥ
76.    oṁ āvirbhūtyai namaḥ
77.    oṁ prabhāvinyai namaḥ
78.    oṁ gandhinyai namaḥ
79.    oṁ svarginyai namaḥ
80.    oṁ gadāyai namaḥ
81.    oṁ vedyāyai namaḥ
82.    oṁ prabhāyai namaḥ
83.    oṁ sārasyai namaḥ
84.    oṁ sarasi-vāsāyai namaḥ
85.    oṁ sarasvatyai namaḥ
86.    oṁ sāravatyai namaḥ
87.    oṁ rasinyai namaḥ
88.    oṁ kālinyai namaḥ
89.    oṁ śreyovatyai namaḥ
90.    oṁ yāmāyai namaḥ
91.    oṁ brahma-priyāyai namaḥ
92.    oṁ śyamā-sundarāyai namaḥ
93.    oṁ ratna-rūpinyai namaḥ
94.    oṁ śama-nidhinyai namaḥ
95.    oṁ śatānandāyai namaḥ
96.    oṁ śata-dyutāyai namaḥ
97.    oṁ śiti-kaṇthāyai namaḥ
98.    oṁ prayāyai namaḥ
99.    oṁ dhātryai namaḥ
100.  oṁ śrī vrndāvanyai namaḥ
101.  oṁ kṛṣṇāyai namaḥ
102.  oṁ bhakta-vatsalāyai namaḥ
103.  oṁ gopikā-krīdāyai namaḥ
104.  oṁ harāyai namaḥ
105.  oṁ amṛta-rupiṇyai namaḥ
106.  oṁ bhūmyai namaḥ
107.  oṁ śrī krsṇa-kantāyai namaḥ
108.  oṁ śrī tulasyai namaḥ

॥ इति श्री तुलसी अष्टोत्तर शतनामावलिः संपुर्णम् ॥
iti śrī tulasī aṣṭottara śatanāmāvaliḥ saṁpurṇam
Thus ends the hymn of 108 names of Śrīmatī Tulasī Devī

Anyone while worshiping Tulasī-devī chants these 108 names will get the same results as one who performs the Ashvamedha sacrifice. And one who on the full-moon day of Kārtika (Tulasī-devī’s appearance day) worships Her by the recitation of these beautiful names, will break free from the bonds of this miserable world of birth and death, and very quickly attains Goloka Vṛndāvan.

tulasy amṛta-janmāsi - from nectar you have taken birth

tulasy amṛta-janmāsi / sadā tvaṁ keśava-priyā
keśavārthaṁ cinomi tvāṁ varadā bhava śobhane

"O Tulasī of effulgent beauty, you were born from nectar, during the churning of the milk ocean. You are always very dear to Lord Keśava. Now, in order to worship Lord Keśava, I am collecting your leaves and mañjarīs. Please bestow your benediction on me that my worship will obtain success."